पहली बार मिट्टी कला मेले का आयोजन किया गया, दीपावली पर की गई नई शुरुवात
  • 3 years ago
जिले में पहली बार मिट्टी की कला को सम्मान मिला है। इससे प्रजापति वर्ग ने खुशी का इजहार किया है। दरअसल जिलाधिकारी डॉ. दिनेशचंद्र ने अकबरपुर तहसील में मिट्टी के दिये व मूर्ति मेले का आयोजन कराया। मिट्टी कला मेले का आयोजन करने वाले सदर उपजिलाधिकारी आनंद कुमार सिंह और उनकी टीम को जिलाधिकारी ने पुरस्कृत करते हुए सराहना की।

देश के सबसे बड़ा त्योहार दिपावली पर प्रजापति समाज की बदहाल स्थिति सुधारने और माटी कला को बढ़ावा देने के साथ प्रदूषण से निजात दिलाने के लिए जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र की अध्यक्षता में अकबरपुर तहसील सभागार कक्ष में आयोजन किया गया। जहां प्रजापति समुदाय के लोग अपनी कला के द्वारा बनाए गए मिट्टी के दीपक, गणेश लक्ष्मी व अन्य मिट्टी से निर्मित सुंदर बर्तनों को लेकर मेले में पहुंचे। वहीं सर्दी से निजात दिलाए जाने के लिए उक्त लोगों को जिलाधिकारी ने कंबल वितरण कर उपहार भेंट किए। साथ ही जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र ने मिट्टी को आकार देने वाले प्रजापति समुदाय के दुकानदारों से 2100 रुपये की खरीदारी कर मेले का शुभारंभ किया।

इस दौरान अकबरपुर उप जिलाधिकारी आनंद कुमार सिंह सहित जिला स्तरीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी मेले में खरीदारी की, जिससे मिट्टी के दीपक बनाने वाले समुदाय के लोगों को रोजगार भी मिला और उन्होंने लोगों से इस मेले के माध्यम से अपील भी की। कहा कि इस बार दिवाली में मिट्टी से बने दीपकों का ही प्रयोग करें, इससे हमारा वातावरण भी शुद्ध रहेगा। जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि मिट्टी को आकार देने वाले प्रजापति समुदाय के लोगों को उनकी मेहनत के अनुरूप फल नहीं मिल पाता है और इसकी एक खास वजह यही है कि उन्हें एक बेहतर बाजार अब तक नहीं मिल पाया है। अकबरपुर तहसील सभागार कक्ष में इस मेले का आयोजन करने का एकमात्र उद्देश्य यही है कि सभी से अपील है कि दीवाली के दौरान हाथों से निर्मित दिए का ही प्रयोग करें, जिससे प्रजापति समुदाय के लोगों को रोजगार भी मिलेगा और उनके घर की दिवाली भी खुशियों भरी होगी।
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