7 महीनों से विसर्जन का इंतजार कर रही थी अस्थियां, आज मंत्रोच्चार के साथ हुआ विसर्जन
  • 3 years ago
पिछले 7 महीने से अंतिम संस्कार के बाद पवित्र नदियों में विसर्जन का इंतजार कर रहीं अस्थियों को आज नर्मदा नदी में विधानपूर्वक विसर्जित किया गया। रामबाग मुक्तिधाम से सुबह एक क्विंटल से ज्यादा अस्थितियों को लेकर समिति सदस्य नर्मदा नदी पहुंचे। जहां पंडित ने मंत्रोच्चार के साथ मृत आत्माओं की शांति की प्रार्थना के साथ अस्थियों को विसर्जित करवाया। हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि विसर्जन के बिना अंतिम संस्कार अधूरा होता है।कोरोना के कारण 24 मार्च से इंदौर पूरी तरह से लॉक हो गया था। इसके बाद से लंबे समय तक लोग घरों में बंद रहे। कोरोना के कारण लगातार मौतें होती रहीं। इस दौरान कुछ लावारिस लाशें भी आईं और कुछ सामान्य मौतें भी हुई। इस दौरान संक्रमण नहीं फैले इस कारण कोरोना संक्रमित शव का निगम-प्रशासन द्वारा ही अंतिेम संस्कार करवाया गया। ऐसे में यहां पर अस्थियां लेने भी कई लोग नहीं पहुंच पाए। ये अस्थियां लंबे समय से मुक्तिधाम के लॉकर में रखी हुई थीं। रामबाग मुक्तिधाम पर ही मार्च से लेकर अक्टूबर महीने तक 1 क्विंटल से ज्यादा अस्थियां एकत्रित हो गईं। जिन्हें पवित्र नदियों में प्रवाहित करवाया गया।
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