इनाफ पर कैसे अपलोड होंगे टैगिंग के आंकड़े

  • 4 years ago

लक्ष्य पूरा करने में नाकाम साबित हो रहा विभाग
अब तक लक्ष्य का 10 फीसदी काम भी नहीं हुआ पूरा
मंत्रालय ने दिया अतिरिक्त समय
एफएमडी टीकाकरण योजना को पूरा कर पाने में नाकाम विभाग
पशुपालकों को सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू की गई एफएमडी टीकाकरण योजना को पूरा कर पाने में प्रदेश का पशुपालन विभाग नाकाम साबित हो रहा है। राजधानी जयपुर, चूरू और हनुमानगढ़ जिलों को छोड़कर प्रदेश के शेष 15 जिलों में यह योजना कुल लक्ष्य का 10 फीसदी का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई है। गौरतलब है किपशुओं में होने वाले खुरपका.मुंहपका और बु्रसेलोसिस जैसी गंभीर बीमारी को जड़ खत्म करने के लिए राष्ट्रीय पशुरोग नियंत्रण कार्यक्रम शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत वर्ष 2024 तक 54 करोड़ से अधिक पशुओं के टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य इन बीमारियों को 2024 तक नियंत्रित करना और 2030 तक पूरी तरह समाप्‍त करना है। खुरपका.मुंहपका एक संक्रामक बीमारी है जो विषाणु द्वारा फैलती है। इस बीमारी की कोई दवा नहीं सिर्फ टीकाकरण ही इसका इलाज है। राज्य में भी यह अभियान चल रहा है। टीकाकरण से पूर्व पशु की ईयर टैगिंग भी विभाग की ओर से अनिवार्य की गई है। जिससे पशुपालकों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके, लेकिन यह नहीं करवाना चाहते। टीकाकरण और टैगिंग की जानकारी भी इनाफ सॉफ्टवेयर पर अपलोड करनी भी जरूरी है लेकिन विभाग आंकड़े अपलोड नहीं करवा पा रहा।

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