सट्टा व्यापारी की डेढ़ करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त
  • 3 years ago
उत्तर प्रदेश में विकास दुबे की हत्या के बाद से पूरे प्रदेश में अपराधियों पर पुलिस के द्वारा नकेल कसने का काम किया जा रहा है, आए दिन पुलिस के द्वारा किसी ना किसी अपराधी के घर की कुर्की व उसकी संपत्ति को जप्त कर उसे दिवालिया बना दिया जाता है । इन आरोपियों के द्वारा अनैतिक कार्य को करते हुए अकूत संपत्ति बनाने का काम किया जाता है जिसकी वजह से यह लोग शहर में अपना वर्चस्व स्थापित करते हुए अपना गुंडाराज कायम कर लेते हैं, इन्हीं सारी गतिविधियों को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा सभी वांछित अपराधियों पर नकेल कसने का काम शुरू कर दिया गया है । इसी तर्ज में आज जनपद में भी पुलिस के द्वारा शहर के चर्चित व्यक्ति व जुआ व सट्टा माफिया श्याम मोहन धुरिया की करोड़ों की संपत्ति जप्त कर दी गई है जिसमे मकान, दुकान, प्लाट व बैंक खाते शामिल हैं ।
मामला बाँदा जनपद का है जहां आज पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन की संयुक्त टीम के द्वारा कुर्की की गई है । जनपद के सुप्रसिद्ध जुआ व सट्टा माफिया श्याम मोहन धुरिया कई वर्षों से जिले में जुआँ और सट्टा खिलवाने का काम किया जा रहा था । श्याम मोहन के द्वारा जनपद में चलाए जा रहे अनैतिक कार्यों से करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की गई थी । इनके खिलाफ जनपद में लगभग 2 दर्जन मुकदमे भी दर्ज हैं जिसके चलते आज जनपद के आला अधिकारियों के द्वारा श्याम मोहन धुरिया की चल अचल संपत्ति को जप्त करने का काम किया है । अधिकारियों के द्वारा कार्यवाही के दौरान श्याम मोहन धुरिया की लगभग 1करोड़ 50 लाख रुपये की संपत्ति को जप्त कर लिया गया है । श्याम मोहन धुरिया के घर, खरीदी हुई जमीने, बैंक अकाउंट, दुकाने आदि सभी को सील करते हुए पूरी तरह से दिवालिया बना दिया गया है । अगर जनपद में जुआ और सट्टा का व्यापार चलाने वाले अन्य लोगों की बात करें तो यहां पर कई लोगों के द्वारा इस अनैतिक कार्य को वर्षों से किया जा रहा है लेकिन जनपद के आला अधिकारियों के द्वारा उन लोगों पर कोई भी कारवाही अभी तक नहीं की गई है । उन सभी लोगों के द्वारा इस अनैतिक कार्य से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की गई है लेकिन कहीं ना कहीं आज की इस कार्यवाही को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि जनपद में और भी जिन लोगों के द्वारा यह सट्टा व्यापार चलाया जा रहा है उन पर शायद जल्द ही जिला प्रशासन के द्वारा कार्यवाही की जाएगी ।
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