मतदान केंद्रों पर कोरोना का असर
  • 3 years ago

धीमी रफ्तार से हुआ मतदान
मतदान केंद्रों पर दिखी सोशल डिस्टेंसिंग

प्रदेश में आज जयपुर,जोधपुर और कोटा नगर निगम के पहले चरण के लिए मतदान हुआ। मतदान सुबह 7ण्30 बजे शुरु हुआए जो शाम 5.30 तक हुआ। पहले चरण में आज जयपुर हैरिटेज, जोधपुर उत्तर और कोटा उत्तर के नगर निगमों के लिए वोट डाले जा गए। जयपुर हैरिटेज के 100, जोधपुर उत्तर के 80 और कोटा उत्तर के 70 वार्ड यानी कुल 250 वार्डों के लिए मतदान हुआ। इनमें जयपुर में 430,जोधपुर में 296 और कोटा में 225 और कुल 951 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला मतदाता करेंगे। पहले चरण में 2761 मतदान केंद्रों पर मतदान करवाया गया।
मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाई
कोरोना के मद्देनजर मतदान केंद्रों की संख्या में भी इजाफा किया गया है और मतदान समय को भी एक घंटा अधिक बढ़ाया है ताकि मतदाता भीड़ का हिस्सा बने बिना अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें। उम्मीदवारों को मतदान केंद्र के बाहर बनाए जाने वाले बूथ पर अपने स्तर पर सेनेटाइजर की व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए थे और मतदाताओं की सहायता के लिए लगाए समर्थकों को पूरे समय मास्क लगाने के लिए कहा गया था। बूथों पर किसी भी तरह की प्रचार सामग्री भी नहीं रखी जाने के निर्देश दिए गए।
पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ने दर्ज करवाई शिकायत
जयपुर में नगर निगम के पहले चरण के मतदान के दौरान आज सुबह जब भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी अपना वोट डालने पहुंचे तो मतदान केंद्र के गेट पर सरकारी योजनाओं से जुड़े पोस्ट लगे हुए थे। इस पर उन्हें आपत्ति जताई। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह किसी भी तरह से ठीक नहीं है और इस संबंध में रिटर्निंग अधिकारी को शिकायत भी दर्ज कराई गई। उन्होंने गेट पर लगे पोस्टर भी खुद ही उतारने आरंभ कर दिए। उनका कहना था कि कांग्रेस पार्टी इस प्रकार सरकारी योजनाओं के पोस्टर लगाकर आचार संहिता की अवहेलना कर रही है।

दिव्यांग और बुजुर्गों ने भी किया मतदान
निकाय चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए बड़ी संख्या में बुजुर्ग और दिव्यांग वोटर भी पहुंचे। अपने परिजनों की मदद से मतदान केंद्रों पर आए इन वोटर्स का कहना था कि मतदान के जरिए वह स्वस्थ और अच्छे व्यक्ति को चुनकर लाना चाहते हैं,हम सभी को अपने अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए, यही सोच कर वह भी वोट डालने आए हैं।
मास्क उपलब्ध करवाए
मतदान केंद्रों पर आने वाले वोटर्स के हाथों को सेनेटाइज करने की व्यवस्था की गई थी। मतदान केंद्र के मुख्यद्वार पर तैनात कर्मचारी हर वोटर का पहले हाथ सेनेटाइज करते उसके बाद ही उन्हें अंदर जाने दिया जा रहा था। कई मतदान केंद्रों पर मास्क भी वितरित किए गए। सभी मतदान केंद्रों पर नो मास्क, नो एंट्री के नियम का कड़ाई से पालन किया गया।
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