निजीकरण के खिलाफ बिजली कर्मचारियों की हड़ताल
  • 4 years ago
बिजली व्यवस्था निजीकरण करने के विरोध में बिजली कर्मचारी कल से ही हड़ताल पर है।इसके साथ के कारण बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई शहर पूरी तरह से अंधेरे में है।वही आपूर्ति बनाएं रखने के लिए पालिटेक्निक और राजकीय आईटीआई के प्रशिक्षु छात्रों की डयूटी लगाया गया है।मगर इससे भी राहत नही मिल पा रहा है।बिजली आपूर्ति ठप्प हो गई है जो अभी तक जारी है।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम निजी हाथ में देने के सरकारी कवायद का अबतक धरना प्रदर्शन के माध्यम से विरोध करने वाले अधिकारी और कर्मचारी कार्य बहिष्कार आरम्भ कर दिया है।जिले में सोमवार से ही बिजली की आपूर्ति लगभग ठप है।पूरी रात शहर अंधेरे में रहा।अधरे की वजह से सड़को पर सन्नाटा पसरा रहा।शहर के वासलिगंज,रमईपट्टी,विंध्याचल, सिविल लाइन सहित पूरे शहर में रात भर बिजली नही आयीं।वही बिजली व्यवस्था को ठीक तरीके से चलाने के लिए मिर्ज़ापुर पालटेक्निक कालेज से पालटेक्निक और आईटीआई केन 58 प्रशिक्षु छात्रों को जिले के 11 हजार केवीए के पावर हाऊस केन्द्रों पर 44 छात्रों की डयूटी लगाई गई हैं ।चार छात्रों को ट्रांस मिशन पर लगाया गया है।अध्ययन के दौरान ही व्यवस्था की कमान संभाल ने वाले छात्र भी खुशी खुशी सेवा का अवसर मिलने से गदगद हैं ।सिविल लाइन बिजली केंद्र पर डियूटी कर रहे अभिषेक का कहना है अस्पताल जैसे महत्वपूर्ण जगहों को बिजली आपूर्ति प्रभावित न हो इसके लिए हमारी डियूटी लगाई गयी है।वही मिर्ज़ापुर पालटेक्निक कालेज के प्रिंसिपल बी. के. प्रसाद का कहना है कि डीएम को मिर्ज़ापुर राजकीय आईआईटी कालेज और मिर्ज़ापुर पालटेक्निक कालेज के 58 छात्रों की सूची दे कर उनकी डियूटी लगाई गयी है।इन्हें 44 सब स्टेशन और 8 ट्रांसमिशन पर डियूटी लगाया गया है।ताकि आपूर्ति बाधित न हो सके।
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