डायल 112 का कारनामा, महिला और 2 बच्चों को रात में जंगल छोड़ा
  • 4 years ago
हमीरपुर जिले में बहन के साथ मारपीट की शिकायत करने जा रहे युवक को बीच रास्ते से डायल 112 पुलिस ने उठा लिया और बहन को दो बच्चों को रात में जंगल में ही छोड़कर चलती बनी। महिला बच्चों सहित रात के अंधेरे में जंगल मे बैठी रही।राहगीर ने थाने में फोन पर सूचना दी तब थाने पुलिस पहुंची और महिला को लेकर थाने पहुंची। क्या है पूरा मामला देखिए रिपोर्ट-
रात का समय और बीच रास्ते मे बच्चो के साथ बैठी यह वही महिला है जिसे अकेला छोड़ कर पुलिस उसके भाई को उठा ले गयी है। मामला पारिवारिक विवाद का था जिसमें दोनों पक्षों ने डायल 112 को फोन किया, जब कुछ देर पुलिस नहीं पहुंची तो महिला अपने दो मासूम बच्चों को लेकर अपने भाई के साथ पैदल ही थाने में शिकायत दर्ज कराने के लिए निकल पड़ी। गांव से थाने की दूरी लगभग 15 किमी है, रास्ते मिली डायल 112 की पुलिस ने रात के अंधेरे में रास्ते से ही महिला के भाई को उठाकर थाने ले आई लेकिन महिला और बच्चों को वहीं छोड़ दिया।
महिला असहाय होकर बच्चों को लेकर रास्ते मे ही बैठ गयी। वहां से निकलने वाले राहगीर से मदद मांगी जिसपर एक राहगीर ने थाने में फोन किया, जिसके बाद थाने से महिला पुलिस के साथ पुलिस फोर्स दलबल के साथ मौके पर पहुंचा और महिला को थाने ले आया।
दरअसल मामला हमीरपुर जिले के सुमेरपुर थाना क्षेत्र का है। मुंडेरा गांव की मीरा साहू का अपने पति से परिवारिक विवाद चल रहा था । इसी विवाद में राजी नामा करवाने के लिये मीरा का भाई रामहेत मुंडेरा गाव गया था, जहां मीरा के पति राम किशोर ने साले रामहेत को कमरे में बंद कर के बुरी तरह पीटा था। किसी तरह उनके चंगुल से छूट कर रामहेत बहन मीरा और दो बच्चों के साथ सुमेरपुर थाने शिकायत करने जा रहा था कि तभी रास्ते मे डायल 112 पुलिस रामहेत को पकड़ कर थाने ले गयी और बहन दो छोटे छोटे बच्चों सहित सड़क में ही रह गयी । रात 8 बजे समय सड़क में दो छोटे बच्चों सहित महिला को बैठे देख कर सड़क से गुजर रहे राहगीरों ने देखा, महिला के मदद मांगने पर पुलिस को फोन किया तब बहुत देर बाद पुलिस ने महिला को लेकर थाने पहुंची और उसकी शिकायत दर्ज की गई।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए दलबल के साथ पहुँचकर महिला को लेकर थाने आयी लेकर डायल 112 द्वारा अमानवीय व्यवहार किया वो जरूर उजागर हो गया। समय रात 8 बजे का था ऐसे में महिला को बच्चों सहित जंगल मे छोड़कर उसके भाई को ले जाना अपने आपमें गंभीर मामला है, ऐसे में अगर महिला के साथ कोई घटना घट जाती तो इसके लिए कौन जिम्मदार होता ये बड़ा सवाल है।
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