अवैध खनन के चलते टीला गिरने से ग्रामीण की मृत्यु

  • 4 years ago
अकाल मौत का गढ़ बनते जा रहे पाड़ादेव के बालू के टीले,फिर भी प्रशासन बालू माफिया के कार्यवाही के बदले करवा रहा अवैध खनन । गांव के एक व्यक्ति की टीला गिरने से दबकर मौत हो गयी तो वही पुलिस अधिकारी इसपर कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं ।
पनगरा गांव का रहने वाला अनुसूचित जाति का एक ब्यक्ति बीती रात्रि टीला ढहने से अकाल मौत का शिकार हो गया।पाड़ादेव में लगातार सत्ता पक्ष से जुड़े व फूल मिश्रा के दम पर पूरी रात एक सैकड़ा से अधिक ट्रेक्टरों लगाकर साथ ही मशीनो के जरियेअवैध बालू की निकासी की जाती है । गांव के बाहर प्राथमिक विद्यालय के पीछे व अन्य तमाम जगहों में अवैध बालू डम्प का कार्य बड़े पैमाने पर किया जाता है । कोतवाली क्षेत्र के पनगरा गांव का रहने वाला गोरा श्रीवास 36 वर्ष पुत्र बद्री श्रीवास बीती रात्रि बरुआ गया निवासी गंभीर रैकवार के ट्रेक्टर के साथ मजदूरी करने गया था । मृतक के भाई राजकुमार ने बताया कि सुबह मेरे मोबाइल पर फोन आया कि तुम्हारे भाई गोरा का हाथ टूट गया, उसको लेकर खदान संचालक फूल मिश्रा की गाड़ी बोलेरो में लेकर जिला अस्पताल जा रहे हैं, थोड़ी देर बाद पुनः फोन करके बताया कि उसकी मौत हो गयी हैं । इतना सुनते ही परिवार के लोग बेहाल हो गए, मर्चरी में रखवाये गए शव का मौके मौजूद पुलिस ने पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया । बता दे कि पाड़ादेव व मऊ गांव में लगातार बालू के टीलों के जरिये बीते कई वर्षों से अवैध खनन का कार्य किया जा रहा है ।इन्ही टीलों के धसने से आये दिन लोग अकाल मौत का शिकार हो रहे हैं । इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने कन्नी काटते हुए कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है ।

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