सब्जी पर छाई मंहगाई... बाकी कुछ बचा तो महंगाई मार गई

  • 4 years ago
एक तरफ कोरोना की मार और दूसरी ओर सब्जियों पर बढ़ती मंहगाई की मार से आम आदमी का रसोई का बजट पूरी तरह से गड़बड़ा गया है, वहीं मंहगाई की मार से लोगों की रसोई से सब्जियां भी गायब हो रही हैं।
महंगाई के चलते आलू और प्याज के दाम आसमान पर नज़र आ रहे हैं।
जबकि कोल्ड स्टोरों के अंदर आलू की खेप बड़े पैमाने पर डंप है,
सब्जियों के बढ़ते दामों के पीछे कहीं न कहीं जमाखोरी की आशंका जताई जा रही है,
वहीं जिला उद्यान अधिकारी "पारस नाथ" का कहना है कि शाशन से जमाखोरी को लेकर छापेमारी के आदेश दिए गए हैं, जिसपर अति शीघ्र करवाही की जाएगी,
वहीं उद्यान अधिकारी ने बताया कि प्रति वर्ष सितंबर, अक्टूबर, और नवम्बर में बरसात के मौषम के कारण हरी सब्जियों के कम आने से आलू, प्याज, व टमाटर जैसी सब्जियों के दाम में उछाल आ जाता है,
सब्जी विक्रेता का कहना है कि बाढ़ के चलते बाहर से सब्जियां नहीं आ पा रही जिससे सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं।
आलू, टमाटर, प्याज के भाव की बात करें तो। आलू 40 रुपए किलो तो टमाटर 80 रुपए किलो बिका रहा है। वहीं प्याज की कीमतें 40 रुपए किलो हैं।
हरी सब्जियों में टमाटर, आलू और प्याज के दामों में रोज हो रही बढ़ोतरी ने आम आदमी की परेशानी बढ़ा दी है। सब्जी बाजार में टमाटर के भाव अब 80 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। पिछले महीने तक 30 रुपए तक बिकने वाली प्याज के दाम 40-45 रुपए तक पहुंच गए हैं। उसके बाद सब्जियों के राजा आलू के भाव दोगुने तक भाव बढ़ गए है। आलू 25 रुपए बिक रहा था, लेकिन 15 दिनों के भीतर आलू के बिक्री दामों में एकाएक उछाल आया और वह भी बाजार में 45 रुपए से लेकर 50 रुपए में बिकने लगा।

कोरोना काल में सब्जियों के दामों में भारी उछाल :-
कोरोना काल में सब्जियों के दामों में ऐसा उछाल आया है कि इस पर नियंत्रण करना प्रशासन के बस की बात नहीं रह गई है। ऐसा नहीं है कि आलू, प्याज और टमाटर के दाम ही बढ़े हैं। हरी सब्जियां भी आम आदमी की खरीद से दूर भाग रही हैं। परवल, बैगन 40 रुपए प्रति किलोग्राम के भाव में बिक रही हैं। सब्जी मंडी में धनिया 100 रुपए किलो तो लहसुन 200 रुपए प्रति किलो के भाव में बिक रहा है। तोरई 35 रुपए, करैला और गोभी 45 रुपए प्रति किलोग्राम के भाव है। और पालक 80 रुपए किलो बाजार में सब्जी वाले बेच रहे हैं। इस मामले पर जिला उद्यान अधिकारी ने बताया की अगर कहीं भी जमाखोरी की शिकायत आयी वहां औचक छापेमारी कर शख़्त कार्यवाही की जाएगी।

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