जेल की सुरक्षा पर अब पुलिस की 'तीसरी नजरÓ

  • 4 years ago
जेल की सुरक्षा पर अब पुलिस की 'तीसरी नजरÓ

- केन्द्रीय कारागार के 135 सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग अब पुलिस के जिम्मे

- अभय कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेंटर में जेल की हर गतिविधि पर पुलिस की भी नजर

- बंदी के जेल की दीवार फांदने व मोबाइल के उपयोग के बाद पुलिस व जेल प्रशासन का निर्णय

जोधपुर. जोधपुर सेन्ट्रल जेल में बदमाश-अपराधियों पर अब जेल प्रशासन के अलावा पुलिस की भी २४ घंटे नजर रहेगी। जेल के अंदर व चार दीवारी के आस-पास होने वाली हर गतिविधि अब पुलिस से छुपी नहीं रह पाएगी। जेल के अंदर हर वार्ड-बैरिक व चार दीवारी पर लगे १३५ सीसीटीवी कैमरे अभय पुलिस कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेंटर से जोड़ दिए गए हैं।
कैमरों के बावजूद मिलीभगत के चलते बंदी हावी हो रहे हैं। इन पर नियंत्रण से अपराध की रोकथाम के लिए पुलिस ने कैमरों की मॉनिटरिंग का जिम्मा संभाला है।

बंदी दीवार फांदकर भागा, जेल से हथियारों की तस्करी
- २९ जुलाई : भीलवाड़ा पुलिस ने कार में बीस ऑटोमैटिक हथियार व ३७ मैग्जीन के साथ चार युवकों को गिरफ्तार किया था। जोधपुर जेल में बंद शुभम बेगानी चारों युवकों के माध्यम से यह हथियार इंदौर से हरियाणा भिजवा रहा था।

- १२ अगस्त : सेन्ट्रल जेल की आइसोलेशन जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर कैलाश उर्फ डोडिया दीवार फांदकर भाग गया था। वह अभी तक पकड़ में नहीं आ सका है।
राज्य में पहली जेल जो अभय कमाण्ड से जुड़ी

बंदियों पर नियंत्रण के लिए राज्य की सेन्ट्रल जेलों में सीसीटीवी कैमरे लग चुके हैं। पहली बार इतनी बड़ी संख्या में कैमरों को अभय कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेंटर से जुडऩे वाली जोधपुर जेल पहली जेल बनी है।

कुछ घटनाओं के बाद जोड़ा है...
'बंदी के दीवार फांदकर भागने व दो-तीन अन्य मामले आने के बाद जेल के सभी कैमरों को अभय कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेंटर से जोड़ा गया है। कुल १३५ कैमरे हैं। सेंटर से मॉनिटरिंग की जा रही है।Ó

जोस मोहन, पुलिस कमिश्नर, जोधपुर।

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