पांवों के निशान मिटाने के लिए पानी छिड़का, वाइपर चलाया

  • 4 years ago
पांवों के निशान मिटाने के लिए पानी छिड़का, वाइपर चलाया
- एएओ की हत्या व शव काटकर टुकड़े-टुकड़े करने का मामला
- पशु चिकित्सक रिमाण्ड पर, पत्नी, दो बहनें व पूर्व फौजी आज होंगे कोर्ट में पेश
जोधपुर.
कृषि विभाग में एएओ की हत्या की आरोपी तीनों बहनों ने पुलिस को चकमा देने के लिए हर तरह की सावधानी बरती थी, लेकिन हत्या के दूसरे ही दिन शव के टुकड़े मिलने से बनाड़ थाना पुलिस तुरंत ही आरोपियों तक पहुंच गई थी। युवतियों ने एएओ के नांदड़ी के रामदेव नगर स्थित मकान के आने के हर साक्ष्य मिटाए थे। घर धोने के अलावा ११ अगस्त की सुबह बाहर मिट्टी पर पानी छिड़कर वाइपर चला दिया था, ताकि एएओ के मकान के आने के पदचिह्न तक नहीं रहे।
थानाधिकारी अशोक आंजणा ने बताया कि प्रकरण में रिमाण्ड पर चल रहे बोरुंदा में डांगों की ढाणी निवासी सीमा, उसकी बहन प्रियंका व बबीता चौधरी और कांटिया निवासी भींयाराम जाट रिमाण्ड पर है। पांच-पांच दिन की रिमाण्ड अवधि समाप्त होने पर चारों को रविवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा। वहीं, हत्या में मदद के लिए नशे की गोलियां व जाइलोजीन की डोज देने वाले पशु चिकित्सक मधुबन हाउसिंग बोर्ड निवासी डॉ राजेश चितारा को तीन दिन के रिमाण्ड भेजा गया है। उसे २४ अगस्त को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
पुलिस का पता लगाने को सहेली भेजा था मकान
आरोपियों को विश्वास था कि शव के टुकड़े मिलने में कई दिन लगेंगे और तब तक वो सड़-गल जाएंगे। फिर पहचान नहीं पाएगी, लेकिन हत्या के दूसरे ही दिन ११ अगस्त को दोनों हाथ व पांव के टुकड़े नांदड़ी सीवरेज प्लांट में मिल गए थे। हत्या का अंदेशा होने से पुलिस भी तुरंत हरकत में आ गई थी। नांदड़ी क्षेत्र में पुलिस को घूमते देख प्रियंका व बबीता घबराकर पाल रोड स्थित सहेली के घर चली गई थी। वहां भी पकड़े जाने का अंदेशा सताता रहा। दोनों ने मकान पर ताला न लगा होने का बहाना कर सहेली को वहां भेजा था। ताकि पता लग सके कि पुलिस घर आई या नहीं।

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