मन का हो तो अच्छा, न हो तो संविधान खतरे में है : अनुज सक्सेना

  • 4 years ago
अनुज सक्सेना ने कहा कि मन का हो तो अच्छा और न हो तो संविधान खतरे में है. राममंदिर पर पहले तो सुप्रीम कोर्ट का फैसला जब नहीं आया था तो सबको स्वीकार था. लेकिन राम मंदिर पर फैसला आने के बाद कुछ लोग फिर इसको गलत बताने पर उतर आए. ये जो जजमेंट आया है उससे कभी भी कुछ लोग नाखुश हो सकते हैं.

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