देखिये कोरोनाकाल में कैसे मनाई जा रही है कृष्ण जन्माष्टमी
  • 4 years ago

लखनऊ. भगवान श्रीकृष्ण का जन्मस्थल मथुरा में कृष्णजन्माष्टमी बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। पर इस बार बहुत सारे श्रद्धालुओं के चेहरे उतरे हुए हैं। वजह साफ है, कोरोना काल की वजह से श्रीकृष्ण के अनुयायी और उनके भक्तजन कृष्ण भगवान के बाल स्वरुप को निहारना चाहते हैं पर वह हो नहीं सकेगा।

कोरोना संकट की वजह से पहली बार बृज के मंदिरों में जन्माष्ठमी के पर्व पर श्रद्धालु अपने आराध्य के दर्शन नही कर सकेंगे। मंदिरों को जन्माष्ठमी से एक दिन पूर्व शाम से मंदिरों के पट आम श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाएंगे। हालांकि मंदिर में सेवायत मौजूद होंगे और भगवान की नित्य क्रिया हैं सेवायतों के जारिए चलती रहेंगी।
द्वारकाधीश मंदिर के मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया कि के उत्तर प्रदेश सरकार व जिलाधिकारी महोदय के आदेशानुसार जनपद में कोरोना वायरस की महामारी और अधिक न फैले इसके लिए सभी मंदिरों में भक्तों का प्रवेश बंद है। इस संबंध में मंदिर के प्रबंधतंत्र व मंदिर के गोस्वामी बृजेश कुमार महाराज, कांकरोली युवराज डॉ वागीश कुमार जी महाराज के निर्देशानुसार दिनांक 11 को ठाकुरजी के दर्शन प्रातः 10:00 से 11:00 बजे तक खुलेंगे। तत्पश्चात 11 अगस्त की शाम, 12 अगस्त को पूरे दिन, 13 अगस्त को पूरे दिन भक्तों को ठाकुरजी के दर्शन नहीं हो पाएंगे। 14 तारीख को नियमित रूप से सुबह 10:00 से 11:00, शाम को 6:00 से 7:00 दर्शन सभी भक्तों को पूर्व की भांति होंगे। अतः भक्तों से निवेदन है अपने घरों पर रहकर अपने आराध्य का जन्मदिन मनाएं और स्वस्थ रहें अपने आप को सुरक्षित रखें।
वैसे तो मंगलवार को पूरे देश में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है। भाद्रपद कृष्णपक्ष अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण मध्य रात्रि प्राकट्य होकर भक्तों को प्रसन्न करेंगे। घर-घर बधाई बजेगी। सोहर गाए जाएंगे। भक्त कृष्ण के कई रूपों की अपने अनुसार आराधना करेंगे। और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर अपने लिए मनोवंछित इच्छा प्राप्त करेंगे। पर यह सब घर में ही होगा।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी इस वर्ष दो दिन मनाई जा रही है। मंगलवार को गृहस्थ लोग कृष्ण जन्माष्टमी मनाएंगे। मंगलवार सुबह 9.07 बजे के बाद अष्टमी शुरू हो जाएगी और मंगलवार अर्धरात्रि तक पूजन होगा। बुधवार को अष्टमी सुबह 11:17 तक रहेगी। मंगलवार को पूजा का शुभ समय रात 12.05 से लेकर 12.47 मिनट तक है। जन्माष्टमी पर राहु काल दोपहर 12:27 बजे से 2:06 बजे तक रहेगा। जन्माष्टमी पर कृतिका नक्षत्र रहेगा। वैष्णव बुधवार को जन्माष्टमी का पर्व मनाएंगे।

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