अस्पताल की लापरवाही ने ली 16 साल की बच्ची की जान, परेशान पिता ने रोते हुए लगाए गंभीर आरोप
  • 4 years ago
राजधानी के हमीदिया अस्पताल से दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही और गलत इलाज के कारण राजधानी के दशहरा मैदान निवासी नरेंद्र गहलोत की 16 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई है। वहीं एक अन्य बच्ची की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। नरेंद्र गहलोत ने वीडियो में रोते हुए अपनी परेशानी बताई। उन्होंने शुक्रवार सुबह अपनी दो बेटियों पायल और शिवानी की तबियत खराब होने पर हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया था। नरेंद्र के अनुसार, अस्पताल प्रबंधन ने पहले दोनों ही बच्चियों को अस्पताल के वार्ड संख्या 1 में भर्ती किया था। लेकिन अस्पताल ने अचानक ही 17 वर्षीय पायल को कोरोना के लक्षण नहीं होने के बावजूद उसे कोरोना वार्ड में एडमिट कर दिया। नरेंद्र बार बार यह कहते रहे कि उनकी बच्ची में कोरोना के लक्षण नहीं हैं, इसके बावजूद उसे कोरोना वार्ड में क्यों शिफ्ट किया जा रहा है। उन्होंने प्रबंधन को बताया कि दोनों बेटियों को पेट में दर्द हो रहा है इसलिए उसका सही उपचार किया जाए। नरेंद्र का आरोप है कि अस्पताल के गलत उपचार के कारण उनकी 16 वर्षीय बच्ची शिवानी की मौत हो गई। उधर उनकी दूसरी बेटी पायल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। बेटी की हालत भी गंभीर बनी हुई है। लेकिन अस्पताल प्रबन्धन उनकी कोई सुध नहीं ले रहा है। अस्पताल प्रबंधन उन्हें उनकी बेटी तक से मिलने नहीं दे रहा है। नरेंद्र गहलोत का आरोप है कि, डॉक्टरों से बार बार विनती करने पर गार्ड उनके साथ बदतमीजी कर रहा है, अस्पताल के डॉक्टर धमकियां दे रहे हैं कि हमारा क्या बिगाड़ लोगे? हम तो कोरोना वॉरियर हैं, मुख्यमंत्री हमारा सम्मान करता है।
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