वायरस से संकट में वन्यजीवों की जान
  • 4 years ago

थम नहीं रहा मौतों का सिलसिला
एक के बाद एक हो रही वन्यजीवों की मौत
नाहरगढ़ बायो पार्क में एक के बाद एक हो रही बाघ और शेर की मौत ने वन्यजीव प्रेमियों को चिंता में डाल दिया है। एक ओर जहां देश में बाघों की संख्या बढ़ रही है वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में इनकी जान संकट में हैं और पिछले कुछ समय से लगातार हो रही मौतों से लग रहा हैं कि यही सिलसिला यदि चलता रहा तो प्रदेश में इन वन्यजीवों का अस्तित्व ही संकट में न पड़ जाए। इन वन्यजीवों की मौत के कारणों की वजह तलाशने पर पता चलता है कि अधिकांश वन्यजीवों की मौत केनाइन डिस्टेंपर और लेप्टोस्पेयरोसिस के कारण हुई हैं। केनाइन डिस्टेंपर एक ऐसा वायरस है जिसका अभी इलाज नहीं नहीं है वहीं लेप्टोस्पेयरोसिस से वन्यजीवों का बचाव करना आसान नहीं है। वन्यजीवों के मौत के कारणों का खुलासा करती राखी हजेला की रिपोर्ट:
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