अब होगा 28 जुलाई से आरम्भ होगा कूच

  • 4 years ago
जब तक चना खरीद नहीं होगा
तब तक आन्दोलन चालू रहेगा
अब होगा 28 जुलाई से आरम्भ होगा कूच
विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर चना खरीद के संबंध में संकल्प पारित कराने की मांग :
किसानों को 18 फीसदी ब्याज दिलाया जाने की भी मांग
प्रदेश के किसानों ने चना खरीद मामले को लेकर दिल्ली कूच २७ जुलाई तक स्थगित करने का निर्णय लिया है। अब २८ जुलाई को एक बार फिर किसान, किसान महापंचायत के बैनर तले दिल्ली कूच करेंगे। महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा कि अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह कविया के साथ हुई वार्ता के बाद आंदोलन को २७जुलाई तक स्थगित कर दिया गया है। जाट ने कहा कि किसान महापंचायत ने चना खरीद के मामले में विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर चना खरीद कुल उत्पादन में से 25 फीसदी को बढ़ा कर कम से कम 50 फीसदी किए जाने की मांग की है। महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा कि चना खरीद का बकाया एवं आगे खरीद करने भुगतान एक सप्ताह में कराने तथा उसमें विलम्ब होने पर किसानों को 18 फीसदी ब्याज दिलाया जाने की भी मांग की भी सरकार से की गई है।
पुलिस कर ही शत्रुतापूर्ण व्यवहार
उन्होंने बताया कि किसानों को कल दूदू से 1 किलोमीटर चलने पर ही पुलिस प्रशासन ने रोकने का प्रयास किया तो किसानों ने यह संदेश भी दे दिया कि यदि उन्हें राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने से रोका गया तो वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग की तीनों पंक्तियों में चलने को विवश होंगे। इसके बाद किसानों ने गिदानी में पड़ाव डालकर सभा का आयोजन किया था। सभा में प्रस्ताव पारित किया गया था कि किसानों के कूच को रोककर पुलिस प्रशासन किसानों के साथ शत्रुता पूर्ण व्यवहार किया है। जिससे किसानों में भारी रोष है लेकिन किसानों ने शांति.अहिंसा.सत्य के मार्ग पर चलने के कारण संयम बनाया हुआ है। बिना किसी उचित कारण के ही किसानों के ट्रैक्टरों से दूदू से दिल्ली कूच को ऐसे रोका जा रहा है जैसे किसान डकैती डालने दिल्ली जा रहे हैं। किसानों ने पुलिस प्रशासन के ऐसे कृत्य की निंदा की तथा आगाह किया कि शांति और अहिंसा को पुलिस प्रशासन किसानो की कमजोरी नहीं समझे।
उनका कहना था कि किसान अपनी खेती छोड़ कर स्वयं का डीजल जलाकर अपने अपने ट्रैक्टरों से चने के उचित दाम लेने के लिए दिल्ली जाना चाहते हैं। किसानों का आंदोलन शांति.अहिंसा.सत्य के आधार पर चल रहा है, इसलिए स्वानुशासन के आधार पर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 तीसरी पंक्ति में ट्रैक्टर चलते हैं। किसानों को रोकना अन्यायकारी है, पुलिस प्रशासन अपना सामंती चाल चरित्र को सुधारना चाहिए।

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