नगर निगम का अमानवीय रूप, नियम नहीं माना तो अंडे बेचने वाले का ठेला पलटाया

  • 4 years ago
वीडियो में नज़र आ रहा बालक पिपलियाहना पर ठेला लगा कर अंडे बेचता है। नगर निगम ने आकर ठेला हटाने के लिए कहा और ना मानने पर उन्होंने ठेला पलटा दिया। कारण- प्रशासन का आदेश जिसके तहत ठेले वालों को रुक कर विक्रय करने की अनुमति नहीं है। कोरोना से जंग में प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे कदम लगातार परेशानी का सबब बनते जा रहे है। एक तरफ व्यापारी ऑड-इवन से असंतुष्ट है तो अब ठेला लगाकर रोज़ कमाकर रोज़ खाने वालों के साथ ये हश्र। ऐसे में सोचने वाली बात यह है की देश का कौन सा कानून प्रशासन को यह हक़ देता है की वह इस तरह किसी का नुकसान कर के नियमों का पालन करवाए? वो भी एक छोटे बच्चे के साथ जो अपने लिए आवाज़ भी बुलंद नहीं कर सकता! ना जाने कितनी ज़िम्मेदारियों के बोझ तले इस उम्र में यह काम करने को मजबूर है। बच्चे ने यह भी आरोप लगाया है कि निगमवालों ने उस से रूपये की मांग की। 
वीडियो वायरल होने के बाद नगर निगम ने गंभीरता दिखाई है। अपरआयुक्त देवेंद्र सिंह ने पूरी घटना की जाँच के दिए है निर्देश। साथ ही कहा की घटना से ठीक पहले के विडियो का भी पता लगाया का रहा है, क्योंकि ठेले संचालक द्वारा निगमकर्मियों से अभद्रता की जानकारी भी सामने आ रही है। अपरआयुक्त ने एक बार फिर सभी ठेले संचालकों से चलायमान तरीक़े से व्यवसाय संचालित करने की अपील भी की है, ताकि किसी भी तरह को अप्रिय स्थिति से भी बचा जा सकें। 
ऐसे समय में जब प्रशासन को संवेदनशील हो कर विवेक से काम लेना चाहिए, तब इस तरह की घटना शर्मसार करने वाली है। इतना सा मासूम अगर अभद्रता करे तो उसका जवाब अभद्रता नहीं, प्यार होना चाहिए! अप्रिय घटना को अंजाम देने वाले अगर वीडियो वायरल होने से पहले ही गंभीरता दिखाए तो ऐसी नौबत ही न आए। 

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