राजनीति में महत्वकांक्षा की लंबी उड़ान भरने पर क्या होता है ,देखिए कार्टूनिस्ट सुधाकर का नजरिया
  • 4 years ago
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी में मचे सियासी घमासान के बीच घटनाक्रम तेजी से बदलते जा रहे हैं .सचिन पायलट को एसओजी से नोटिस मिलने के बाद वे नाराज होकर अपने कुछ समर्थक विधायकों के साथ हरियाणा की एक होटल में चले गए. उन्होंने दावा किया कि उनके साथ कई विधायकों का समर्थन है. इसके बाद आनन-फानन में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई, जिसमें राज्य मंत्रिमंडल के मंत्रियों विधायकों के साथ ही दिल्ली से आलाकमान के प्रतिनिधि के तौर पर रणदीप सुरजेवाला भी शामिल हुए. इस बैठक में पायलट के नहीं शामिल होने पर अगले दिन फिर मीटिंग बुलाई गई उसमें भी सचिन नहीं आये तो कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पदों से हटा दिया तथा उनके समर्थक दो अन्य मंत्रियों विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को भी मंत्री पद से मुक्त कर दिया गया. इधर पायलट ने यह साफ कर दिया कि वे भाजपा में शामिल नहीं होंगे. ऐसे में उनके पास अब दो ही रास्तेे हैं कि वह या तो अलग से अपना राजनीतिक बनाए या फिर कांग्रेस में फिर वापसी करें. हालांकि उन्हें पार्टी से नहीं निकाला गया है ,मगर अब इतना आगे जाने के बाद पार्टी में बने रहना पायलट के लिए काफी मुश्किल होगा. ऐसे में ये प्रतीत होता है कि राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते इस पायलट ने अपना विमान क्रैश करा लिया है.देखिये ये कार्टून
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