सामाजिक दूरी के नियम की उड़ी धज्जियां, अवकाश के दिन भी खुल रहे डाक घर
  • 4 years ago

डाक सेवक लगा रहे शोषण करने का आरोप
कहा, दी जा रही हैं धमकियां
एक ओर जहां सरकार सामाजिक दूरी के नियम की पालना करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने अधिकारियों की बैठक ले रही है। वहीं दूसरी ओर डाक विभाग इन नियमों की धज्जियां ही उड़ाने में लगा हुआ है। यह आरोप लगाया है भारतीय अतिरिक्त विभागीय ग्रामीण डाक सेवक कर्मचारी संघ ने। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि चौमंू सब डिविजल के जयपुर देहात मंडल के अधीक्षक डाकघर मनोहर लाल पीपलीवाल ने विभिन्न डाकघरों और उप डाकघरों का दौरा किया। इस दौरान ली गई बैठकों में सामाजिक दूरी के नियम की धज्जियां उड़ती हुई नजर आई। चौमूं उप डाकघर में आयोजित बैठक में उपडाकघरों के ग्रामीण डाक कर्मचारी जैसे चौमूं उपडाकघर, जोहाला उपडाकघर, कालाडेरा उपडाकघर और जैतपुरा उपडाकघर के कर्मचारियों को बुलाया गया। इसी प्रकार उपडाकघर किशनगढ़ रेनवाल में उपडाकघरों के कर्मचारियों को भी बुलाया गया। यहां हुई बैठक में रेनवाल के साथ ही किशनगढ़, बधाल आदि डाकघरों के कर्मचारियों को बुलाया गया। बैठक में शामिल डाक सेवकों में अधिकांश ने मास्क तक नहीं लगा रखे थे। बैठक में उनके लिए सैनेटाइजर की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी और सामाजिक दूरी के नियम को तो किसी को अता पता ही नहीं था।
जताया है विरोध
भारतीय अतिरिक्त विभागीय ग्रामीण डाक सेवक कर्मचारी संघ ने इस पर विरोध जताया है। संघ के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि अधीक्षक ने उनकी समस्याओं पर ध्यान तक नहीं दिया और वेतन रोके जाने की धमकी भी दी। संघ के महासचिव मालीराम स्वामी ने कहा कि एेसे कर्मचारी जो सेवानिवृत्त होने वाले हैं उन्हें ग्रेच्युटी नहीं दिए जाने, बार बार मंडल कार्यालय चककर लगवाने की धमकी भी दी जा रही है।
लोकसभा सदस्य को लिखा पत्र
संघ ने लोकसभा सदस्य पीपी चौधरी को इस संबंध में पत्र लिखा है और पत्र के माध्यम से आरोप लगाया है कि राजस्थान परिमंडल के निदेशक मुख्यालय डाकसेवा दिनेश शर्मा की ओर से ग्रामीण डाकसेवकों को लगातार परेशान किया जा रहा है। जिनके कार्य का समय ४ घंटे हैं उनसे ८ घंटे तक काम करवाने के बाद भी नौकरी से निकालने की धमकी दी जा रही है।
खाते खुलवाने के लिए दबाब
स्वामी ने यह भी कहा कि कोरोना जैसी महामारी के समय भी डाक सेवकों को लक्ष्य प्राप्ति के नाम पर घर घर जाकर लोगों को खाते खुलवाने के लिए दबाब बनाया जा रहा है। जिससे न केवल डाक सेवकों बल्कि आम जनता की जिंदगी से भी खिलवाड़ हो रहा है। टारगेट पूरा करवाने के लिए रविवार को अवकाश होने के बाद भी डाक घरों को खोला गया। संघ का कहना है कि आईपीपीबी के तहत खाते खुलवाने के लिए विभाग की ओर से दबाब बनाया जा रहा है।
इनका कहना है,
वहीं इस संबंध में चौमंू सब डिविजल के जयपुर देहात मंडल के अधीक्षक डाकघर मनोहर लाल पीपलीवाल का कहना था कि बैठक में सामाजिक दूरी के नियमों की पालना की गई थी। आईपीपीबी के तहत ग्रामीण डाक सेवकों के जरिए हम खाते खोल रहे हैं जिससे कोरोना काल में लोगों को हम तक नहीं आना पड़े एेसे में हम अपने ग्रामीण डाक सेवकों का ध्यान न रखे एेसा कैसे हो सकता है।
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