Lockdown : घाट पर बैठे लोगों को डीएम ने कहा...

  • 4 years ago
वाराणसी. पिछले कई दिनों से लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए यूपी सरकार के लगाए 55 घंटे के लॉक डाउन के पहले दिन बनारस में नज़ारा बदला हुआ दिखा। लॉक डाउन का कड़ाई से पालन करने के लिए सुबह से ही पुलिस फोर्स सड़कों पर उतर गयी। प्रशासन की हिदायत का भी असर दिखा और सड़कों पर सन्नाटा रहा, लोग सड़कों पर तो निकले, लेकिन गलियों और मुहल्लों में लोगों की लापरवाही दिखी। लोग घरों से बाहर नज़र आए। हालांकि उनमें भी पुलिस का खौफ रहा और पुलिस सायरन की आवाज़ सुनते ही लोग हट जाते। लॉक डाउन का पालन ठीक से हो रहा है या नहीं, यह देखने बनारस के ज़िलाधिकारी कौशल राज शर्मा शाम को खुद सड़क पर उतरे और शहर में उतरे। कुल मिलाकर एक बार फिर से बनारस में पूरी तरह लॉक डाउन का एहसास हुआ। उधर शनिवार को फिर 38 कोरोना पॉज़िटिव केस सामने आए जिसके बाद अब बनारस में कोरोना मरीज़ों की संख्या 798 पहुंच गयी है।

ज़िला प्रशासन की ओर से एक दिन पहले ही लॉक डाउन की पाबंदियों के बारे में सख्त हिदायत के साथ अवगत करा दिया गया था। सिर्फ सब्ज़ी और दवा की दुकानों को ही अपने तय समय तक खुलना था। शनिवार को हुआ भी ऐसा ही। लॉक डाउन के चलते सड़कें बिलकुल खाली दिखीं। हालांकि गलियों में कुछ लोग बेवजह टहलते दिखे। सब्ज़ी मंडी में भी भीड़ ज़्यादा नहीं दिखी। बिना मास्क लगाए लोग भी दिखाई दिए। भेलुपुर चौराहे समेत दूध सप्लायर्स और विक्रेताओं के यहां कुछ भीड़ दिखी। ज़्यादातर जो भी लोग निकले वो दूध सब्जियां लेने ही निकले। भीड़भाड़ वाले चौराहे सन्नाटे में रहे। पुलिस ने निर्धारित समय के बाद दूध और सब्जियों की दुकानें बंद करा दीं। पुलिस ने कई जगह कुछ का चालान भी हुआ, तो कई को हिदायत देकर वापस कर दिया गया।

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