बेरोजगार 52 लाख से ज्यादा और नौकरी सिर्फ 207

  • 4 years ago
राजस्थान सरकार ने कोरोना महामारी में बेरोजगार हुए श्रमिक व अन्य बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए राज कौशल योजना शुरू तो कर दी, लेकिन इसमें बेरोजगारों और ​नौकरी की संख्या में बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। इस योजना के तहत सरकार ने राज कौशल के पोर्टल पर नियोक्ताओं को भी बड़ी संख्या में जोड़ा है, लेकिन उनसे रोजगार निर्माण करवाने को लेकर कोई बड़ी सफलता सरकार के हाथ नहीं लगी है। जब​कि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट कह चुके हैं कि जो भी काम ​मांगेगा, हम उसे काम देंगे। इस पोर्टल पर नजर डालें तो बेरोजगारों की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
52 लाख से ज्यादा बेरोजगार
राज कौशल पोर्टल में जारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य के 52 लाख, 66 हजार 4 सौ 91 बेरोजगारों ने यहां रजिस्ट्रेशन किया है। इनमें से 13,13,678 प्रवासी श्रमिक हैं, जो अन्य राज्यों से लौटे हैं। वहीं पोर्टल पर नियोक्ताओं की संख्या 11,18,810 है। नियोक्ताओं को जोड़ने में तो सरकार सफल नजर आती है, लेकिन रोजगार देने में नहीं। 11 लाख से ज्यादा नियोक्ताओं की ओर से यहां सिर्फ 207 लोगों के लिए रोजगार हैं।
रजिस्ट्रेशन भी मुश्किल
इस पोर्टल के लिए कहा गया है कि एक क्लिक पर श्रमिकों और अन्य बेरोजगारों का रजिस्ट्रेशन होगा और अन्य जानकारियों के लिए भी वो इस साइट पर अपडेट देख पाएंगे। लेकिन साइट पर जाकर देखा जाए तो रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया काफी लम्बी है। अब एक आम श्रमिक, जो पढ़ा—लिखा नहीं है, अधिकांश मजदूर वो हैं, जो मल्टीमीडिया मोबाइल का उपयोग नहीं करते, इसके बार आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन वे कैसे कराएं। जिनके पास खाने को अभी रोटी का ही संकट है, उनके लिए इंटरनेट की बात करना उनसे मजाक करने जैसा ही है। बिना इंटरनेट के वे ना तो इस साइट पर ​रजिस्र्टेशन ही करा सकते हैं और रजिस्ट्रेशन किसी ई मित्र से करा लिया जाए तो अपने लिए नौकरी का अपडेट देखने के लिए वे बार—बार कहां से मल्टी मीडिया मोबाइल या इंटरनेट लाएंगे, इस सवाल पर भी सरकार को सोचना होगा।

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