कांग्रेस नेताओं की मांगः जून के बजाय जुलाई में हो एमपी बोर्ड की बारहवीं की परीक्षा, फैल सकता है कोरोना
  • 4 years ago
मध्यप्रदेश शासन ने कक्षा 12वीं के शेष पेपरों की परीक्षा 9 जून से कराने का निर्णय लिया। कोरोना महामारी की असामान्य परिस्थिति के चलते बोर्ड परीक्षा 19 मार्च से स्थगित हो गई थी। कक्षा 10वीं के शेष पेपरों में तो शासन ने जनरल प्रोमोशन वाली पाॅलिसी अपना ली लेकिन कक्षा 12वीं में शेष पेपरों के लिए नया टाइम टेबल जारी किया गया है। ऐसे में कांग्रेस नेताओं द्वारा जून माह के बजाय जुलाई माह में यह परीक्षा आयोजित करवाए जाने की मांग की जा रही है। कहा जा रहा है कि जब केंद् सरकार सीबीएसई, आईसीएसई और अन्य परीक्षाएं भी जुलाई माह में आयोजित कर रही है तो मध्यप्रदेश शासन ने जून माह में ही परीक्षाएं आयोजित कराने की जल्दबाजी क्यों की ? कांग्रेस के प्रदेश सचिव का कहना है कि आईसीएमआर, एम्स और खुद स्वास्थ्य मंत्रालय का आकलन है कि जून माह में यह बीमारी अपने पीक पर रहेगी और ऐसे समय में लाखों विद्यार्थियों को जान जोखिम में डालकर परीक्षा के लिए अपने परीक्षा केंद्रों पर जाना होगा। इसके साथ हजारों शिक्षक जिन्हें परीक्षा में ड्यूटी देने के लिए बुलाया जाएगा, उन्हें भी डर रहेगा। शिक्षा विभाग के आंचलिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मांग की गई है कि जून के बजाय जुलाई माह में परीक्षा आयोजित करवाई जाए।
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