फिर चखा स्वाद, बड़े दिनों बाद ताजा हुई याद

  • 4 years ago

खस्ता कचौरी व मिर्चीबड़े के स्टॉल सजे, दुकानें खुली तो लोग खरीदकर घर ले गए , दुकानों में बैठाकर खिलाने की परम्परा तो मानों अब हवा हो गई

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