Fact Check : कोविड-19 की नहीं यह है डॉग वैक्सीन, भ्रामक पोस्ट वायरल
  • 4 years ago
सोशल मीडिया पर किसी फोटो और वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर उसे वायरल कर दिया जाता है। वहीं किसी पुरानी फोटो और वीडियो को नया बताकर भी उसे शेयर किया जाता रहता है। कई बार सच्चाई कोसों दूर होती है, लेकिन सोशल मीडिया पर लोग बिना सच जाने उसे वायरल करते रहते हैं।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की गई है, जिसमें केनाइन कोरोना वायरस वैक्सीन नाम का एक लेबल दिखाया गया है। पोस्ट में लिखा है कि कोरोना वायरस का वैक्सीन 2001 से मौजूद था और 19 साल बाद यह कहा जाता है कि इसका कोई वैक्सीन नहीं है। राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इस दावे की जांच की तो पता चला कि यह दावा गलत है। पोस्ट की पड़ताल में सच्चाई सामने आई कि पोस्ट में दिखाई गई वैक्सीन सही है, लेकिन यह पशु उपयोग के लिए है और यह हाल ही फैल रही कोरोना वायरस से संबंधित नहीं है।
यह हो रहा वायरल
फेसबुक पर यूजर मिजाइल बेनिटेज की ओर से शेयर की गई पोस्ट में लिखा है कि "यह 2001 में था, अब मुझे यह बताएं कि 19 साल बाद कहा जाता है कि कोई वैक्सीन नहीं है।" इस पोस्ट में केनाइन कोरोना वायरस वैक्सीन नाम का लेबल दिखाया गया है। इस पोस्ट को अब तक करीब 31 हजार लोगों ने शेयर किया है। वहीं करीब 1 हजार से अधिक लोगों ने लाइक किया है।
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