रहस्य: क्या वेदवती का पुनर्जन्म थी सीता?
- 4 years ago
रामायण में सीता को जानकी कहकर भी संबोधित किया गया है। देवी सीता मिथिला के राजा जनक की पुत्री थीं इसलिए उन्हें जानकी भी कहा जाता है।
सीता को लक्ष्मी का अवतार माना जाता है जिनका विवाह अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र और स्वंय भगवान विष्णु के अवतार भगवान श्रीराम से हुआ था। विवाह के उपरांत सीता को राजा राम के साथ 14 साल का वनवास झेलना पड़ा।
हालांकि सीता के जन्म को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित है, जिसके अनुसार कहा जाता है कि सीता राजा जनक की गोद ली हुई पुत्री थीं जबकि कहीं-कहीं इस बात का जिक्र भी मिलता है कि सीता लंकापति रावण की पुत्री थीं।
वहीं एक पौराणिक कथा के अनुसार सीता वेदवती नाम की एक स्त्री का पुनर्जन्म थी।
सीता को लक्ष्मी का अवतार माना जाता है जिनका विवाह अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र और स्वंय भगवान विष्णु के अवतार भगवान श्रीराम से हुआ था। विवाह के उपरांत सीता को राजा राम के साथ 14 साल का वनवास झेलना पड़ा।
हालांकि सीता के जन्म को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित है, जिसके अनुसार कहा जाता है कि सीता राजा जनक की गोद ली हुई पुत्री थीं जबकि कहीं-कहीं इस बात का जिक्र भी मिलता है कि सीता लंकापति रावण की पुत्री थीं।
वहीं एक पौराणिक कथा के अनुसार सीता वेदवती नाम की एक स्त्री का पुनर्जन्म थी।