Punjab Lockdown। Patiala police की टीम पर गैस सिलेंडर से हमला करने की तैयारी में थे निहंग
  • 4 years ago
कोविड 19 (covid19) महामारी के मद्देनजर इन दिनों पूरे देश में लॉकडाउन लागू है। इसी के सिलसिले में रविवार को पटियाला में सब्जी बाजार में एक पुलिस पार्टी पर हुए भयानक हमले के सिलसिले में ग्यारह लोगों को गिरफ्तार किया गया है,

जिसमें निहंगों (Nihang) के एक समूह द्वारा एक एएसआई (ASI) का हाथ काट (chopped off) दिया गया था।आरोपियों में वे पांच लोग भी शामिल थे जिन्होंने रविवार की सुबह सांचौर की सब्जी मंडी में तैनात पंजाब पुलिस की टीम (Punjab police team attacked) पर जानलेवा हमला

किया था जिसमें एक पुलिस वाले का हाथ कट गया था। डीजीपी दिनकर गुप्ता के अनुसार आरोपियों ने पुलिस की लगाई बैरिकेड की एक श्रृंखला को गाड़ियों से तब टक्कर मारी जब उनसे कर्फ्यू

पास के लिए पूछताछ की जा रही था। डीजीपी दिनकर गुप्ता (DGP Dinkar Gupta) ने बताया कि पटियाला सब्जी मंडी में पुलिस पार्टी पर हमले का मुख्य अपराधी
निहंग प्रमुख, बाबा बलविंदर सिंह(Balvinder Singh) , था। आरोपी आज सुबह टाटा नेक्सॉन गाड़ी में चार अन्य व्यक्तियों के साथ बाजार में आया था। इसके बाद जतिंदर औलख, आईजी पटियाला रेंज और मनदीप सिद्धू, एसएसपी पटियाला के नेतृत्व में आरोपियों की पीछे गई पटियाला पुलिस पार्टी टीम पर नाहंग डेरा कॉम्प्लेक्स के अंदर से फायरिंग की गई, जिसमें खेजड़ी साहिब गुरुद्वारा भी था। ऑपरेशन शुरू होने के कई

घंटों बाद तक गतिरोध चला। पटियाला एसएसपी की अगुवाई में डेरा प्रमुख बाबा बलविंदर सिंह से कई तरह की अपीलें और बातचीत हुईं
और हथियार और तलवारों के साथ आत्मसमर्पण करने को कहा गया, लेकिन निहंगों ने आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया। घटना में एक निहंग, निर्भय सिंह को चोट लगी, उसे भी पटियाला अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद एडीजीपी राकेश चंद्र के नेतृत्व में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की एक टीम के साथ आईजी पटियाला और एसएसपी पटियाला के नेतृत्व में पटियाला पुलिस की एक टीम निहंगों को बाहर निकालने के लिए परिसर में घुसी। डीजीपी ने बताया कि आरोपियों द्वारा पुलिस कर्मियों पर कुछ गोलियां भी चलाई गईं। उन्होंने बताया कि पूरे ऑपरेशन को नाजुक ढंग से संभाला गया था ताकि गुरुद्वारा साहिब के मर्यादा और गर्भगृह को किसी भी तरह का नुकसान न पहुंचे।
आरोपियों के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। एक मामला ताजा हमले का और दूसरा सरकारी कर्मचारी के काम में बाधा
डालने और महामारी अधिनियम का उल्लंघन किए जाने के लिए।
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