राजस्थान में मिला बेशकीमती पोटाश का भंडार
  • 4 years ago
खनिजों से भरी राजस्थान की धरती भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में जल्द ही कई गुणा का इजाफा करने वाली है। भूगर्भीय अध्ययन के अनुसार, राजस्थान के नागोर-गंगानगर बेसिन में श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और बीकानेर जिलों के कुछ हिस्सों में लगभग 2400 मिलियन टन पोटाश के भंडार हैं। इसके दोहन से राज्य के साथ-साथ पूरे देश को भारी मुनाफा हो सकता है। वर्तमान में भारत 2013-14 से 2018-19 तक प्रति वर्ष 3 से 5 मिलियन टन पोटाश का आयात कर रहा है और पोटाश की मांग 6-7 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढ़ रही है, जिससे आयात बिल में वृद्धि होगी ।अभी देश है आयात पर निर्भर राज्य के मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कहा कि वर्तमान में भारत की ओर से आवश्यक संपूर्ण पोटाश आयातित आपूर्ति पर आधारित है। विदेशी मुद्रा पर भारी व्यय के अलावा केंद्र सरकार सब्सिडी पर 10,000-15,000 करोड़ रुपए प्रति वर्ष की दर से सब्सिडी पर एक बड़ा हिस्सा खर्च करती है। ऐसे में राजस्थान में पोटाश के भंडार के विकास और दोहन से इसके निर्यात परिदृश्य को बदलने की क्षमता है।
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