शहर और गांव की गलियां सूनी

  • 4 years ago
सरदारशहर. दुनियां भर में फैली कोरोना वायरस की दहशत एवं सरकार की ओर से की गई लॉकडाउन की अपील के चलते शहर में तीसरे दिन भी सन्नाटा पसरा रहा। वही जान बचाने व सरकार के आदेशों के कारण सभी गतिविधियों पर विराम सा लग गया है। धारा 144 के कारण बाजार उदास एवं गलियां सूनी नजर आईं। इस दौरान एक ओर जहां सड़के सूनी दिखाई दीं। वही आसपास पड़ोस के लोगों में चर्चा का विषय केवल कोरोना ही रहा। हर कोई मरीजों की संख्या और उनके हालातों पर ही चर्चा करता दिखाई दिया। पुलिस एवं प्रशासन की सक्रियता के कारण सड़कों पर इक्के-दुक्के लोग नजर आए, बाहर घूमने के शौकीनों को पुलिस ने समझाइश कर घर भेज दिया। घण्टा घर के पास वेवजह घूम रहे वाहन चालकों के खिलाफ यातायात पुलिस प्रभारी गणपतराम, कांस्टेबल विजय कुमार, शंकरलाल, राकेश कुमार, प्रेमाराम, नरेश दहिया आदि ने कार्रवाई करते हुए एक दर्जन वाहनों के चालान काटे तथा सीज की कार्रवाई की। पुलिस की यह कार्रवाई गांधी चौक, कच्चा बस स्टैण्ड, रेलवे स्टैशन व घण्टा घर के पास चली। जिसके कारण बहुत कम संख्या में वाहन चलते देखे गए। लॉक डाउन के कारण बाजार, गलियों ही नहीं मेगा हाइवे पर भी सन्नाटा पसरा रहा। मेगा हाइवे खाली नजर आ रहा था। वही उपखण्ड अधिकारी रीना छिंपा, डीएसपी गिरधारीलाल शर्मा, तहसीलदार सुशील कुमार सैनी, थानाधिकारी महेन्द्रदत्त शर्मा, विकास अधिकारी संतकुमार मीणा ने शहर में कई बार राउण्ड लगाकर रास्ते में मिलने वाले लोगों को इस महामारी से बचने के लिए घरों में रहने की सलाह दी। सरकारी, निजी परिवहन पूरी तरह बंद रहे। रोडवेज डिपो में बसों की कतार लग गई। वही ऑटो रिक्शा भी नहीं चले। लॉक डाउन के कारण कृषि उपज मंडी में भी चहल पहल नजर नही आई। वही सब्जी मण्डी में भी कोराना का साया नजर आया। किसान भी मण्डी में नहीं आ रहे है तथा खेतों के कार्य में जुटे हुए हैं। उपखण्ड अधिकारी रीना छिंपा ने भामाशाहों एवं दानदाताओं से सहयोग की अपील की है। जिसको लेकर कई संगठन व भामाशाह दिल खोलकर सहयोग करने के लिए आगे आए हैं।

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