हालात देख रोने पर मजबूर हो गए। सरकार ट्रिलियन इकोनॉमी की बात करती है। इन लोगो के पास न छत न चादर है।

  • 4 years ago
भले ही सरकार बिलियन ट्रिलियन इकोनॉमी की बात करे लेकिन हमारे देश मे हालात आज ऐसे भी है जहाँ लोगो के पास न रहने का छत है न ओढ़ने का चादर। इस कड़कड़ाती ठंडी में मजबूर है ये लोग रेलवे स्टेशन पर सोने पर।

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