शास्त्रों के स्रोत का अनुमान नहीं लगाना चाहिए || आचार्य प्रशांत (2013)
- 4 years ago
वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
१७ अगस्त २०१३
ए.के.जी.ई.सी, गाज़ियाबाद
प्रसंग:
शास्त्रों को कैसे समझे?
ऐसा क्यों कहा जाता है की शास्त्रों को अक़्ल से नहीं पढ़ते?
शास्त्रों का अध्ययन क्यों आवश्यक है?
शास्त्रों का क्या स्रोत है?
संगीत: मिलिंद दाते
शब्दयोग सत्संग
१७ अगस्त २०१३
ए.के.जी.ई.सी, गाज़ियाबाद
प्रसंग:
शास्त्रों को कैसे समझे?
ऐसा क्यों कहा जाता है की शास्त्रों को अक़्ल से नहीं पढ़ते?
शास्त्रों का अध्ययन क्यों आवश्यक है?
शास्त्रों का क्या स्रोत है?
संगीत: मिलिंद दाते