तुम्हारी और संसार की प्रकृति है अनित्यता || आचार्य प्रशांत (2013)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
११ अगस्त २०१३
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
तुम्हारी और संसार की प्रकृति है अनित्यता" से क्या आशय है?
संसार की क्या प्रकृति है?
संसार और प्रकृति में क्या समानता है?