कैसे मिले इश्क़ का नयापन? || आचार्य प्रशांत, संत बुल्लेशाह पर (2017)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
१९ जनवरी, २०१७
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

उमर गवाई विच्च मसीती,

अन्दर भरिआ नाल पलीती,

कदे नमाज़ वहादत ना कीती

हुण क्यों करना ऐं धाड़ो-धाड़।

इशक दी नविओं नवीं बहार।
~ संत बुल्ले शाह

संगीत: मिलिंद दाते