अतीत की यादें और भविष्य के सपने || आचार्य प्रशांत, युवाओं के संग (2016)

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वीडियो जानकारी:

संवाद सत्र
१९ जनवरी, २०१६
एस.जी.आई.टी, ग़ाज़ियाबाद

प्रसंग:
अतीत की यादें कैसे निकाले?
पुराने सपने कैसे पूरा करें?
मन अतीत और भविष्य की तरफ क्यों भागता है?
जब जान जाते है कि अतीत और भविष्य एक कल्पना मात्र हैं फिर उसे बाहर क्यों नहीं आ पाता हूँ?
वर्त्तमान में कैसे जीए?
कुछ नया कैसे करें?
जीवन में उत्कृष्टता कैसे लाये?