विस्मृति ही दूरी है || आचार्य प्रशांत, गुरु नानक पर (2014)
  • 4 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग, अद्वैत बोध शिविर
२० जून, २०१४
रानीखेत, उत्तराखंड

अमुलो अमुलु आखिआ न जाइ ॥ आखि आखि रहे लिव लाइ ॥ (गुरु ग्रंथ साहब)

प्रसंग:
विस्मृति का क्या अर्थ है?
स्मरण का क्या महत्व है?
जपने का क्या अर्थ है?
जाप करने को इतना महत्व क्यों दिया गया है?
सुरति माने क्या?

संगीत: मिलन दाते