मंज़िल का पता न हो तो सड़क ही घर हो जाती है || आचार्य प्रशांत (2019)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग, विश्रांति शिविर
६ सितम्बर, २०१९
चंडीगढ़, पंजाब

प्रसंग:
अपने से बड़े लक्ष्य को कैसे चुनें?
देह भाव से मुक्ति कैसे संभव है?
हम देह भाव में क्यों फंसें हुए हैं?

संगीत: मिलिंद दाते