तुम्हारी मजबूरियों का नाम लालच तो नहीं? || आचार्य प्रशांत (2019)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

30 जुलाई, 2019
पुनर्मिलन सत्संग
अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नॉएडा

प्रसंग:
क्या हम सच में इतने मजबूर हैं भी?
हम अपनी मजबूरियों से आज़ाद क्यों नहीं हो पाते?
लालच हम पर इतना हावी क्यों है?

संगीत: मिलिंद दाते