संसार के बीचोंबीच, संसार से मुक्त || आचार्य प्रशांत (2016)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
९ नवम्बर, २०१६
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
क्या संसार के बीच रहकर सत्य पाना संभव है?
अर्थार्जन करते हुए मुक्ति संभव है?
बाजार माने क्या और बाजार के कितने प्रकार होते है?

संगीत: मिलिंद दाते