पुरानी यादों से कैसे बाहर निकलूँ? || आचार्य प्रशांत, युवाओं के संग (2017)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

संवाद सत्र
१०, सितम्बर २०१७
ऐ.के.जी.ई.सी ग़ाज़ियाबाद

प्रसंग:
पुरानी यादों से कैसे बाहर निकलूँ?
पुरानी यादें क्यों आती है?
पुरानी यादों में सही लम्हा या दुःखी लम्हा ही क्यों याद आती है?
अतीत के चक्कर में वर्तमान भी क्यों ख़राब कर देते है?
व्यर्थ जीवन जीने से कैसे बचें?
उत्कृष्टता का क्या मतलब है?

संगीत: मिलिंद दाते