खुद तक पहुँचना ही वास्तविक समाधान है || आचार्य प्रशांत (2014)
- 5 years ago
वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
१३ अगस्त २०१४
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग:
आख़िर क्या है दृष्टि और दृष्टा का खेल?
द्वैत से आज़ादी कैसे होगी?
अपने आप को कैसे समझूँ?
बोध को उपलब्ध कैसे हुआ जाए?
शब्दयोग सत्संग
१३ अगस्त २०१४
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग:
आख़िर क्या है दृष्टि और दृष्टा का खेल?
द्वैत से आज़ादी कैसे होगी?
अपने आप को कैसे समझूँ?
बोध को उपलब्ध कैसे हुआ जाए?