चूड़धार, कल्पा, कुल्लू-मनाली में बर्फबारी

  • 5 years ago
शिमला. हिमाचल प्रदेश की ऊंची पहाड़ियों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। सिरमौर व शिमला जिले के 7 प्रसिद्ध धार्मिक स्थल व समुंद्र तल से 11885 फुट की ऊंचाई पर स्थित चूड़धार में सुबह पांच बजे से  सीजन का पहला हिमपात शुरू हुआ है। बर्फबारी के कारण चूड़धार में जहां कड़ाके की ठंड पड़ गई है वही गिरिपार क्षेत्र के तापमान में भी भारी गिरावट आई है।

 

वहीं रिकांगपियो और कुल्लू की ऊंची पहाड़ियों में भी बर्फबारी शुरू हो गई है। कई जगह यातायात प्रभावित हो गया है। मनाली में तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है। वहीं रिकांगपियो के कुछ इलाकों में सेब बागवानों की मुसिबतें बढ़ गई हैं। 

 

तापमान में आई गिरावट: चूड़धार के गिरिपार क्षेत्र में सुबह से ही बारिश हो रही है। 15 सेमी तक ताजा हिमपात हो चुका है। इस  बीच चूड़धार में श्रद्धालुओं का आना जाना जारी है। इस वजह से गिरिपार क्षेत्र के तापमान में गिरावट आ गई है। चूड़धार का अधिकतम तापमान 5 डिग्री व न्युनतम तापमान जीरो डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया। 

 

बढ़ी सेब बागवानों की चिंता: दूसरी ओर रिकांगपिओ में गुरुवार सुबह जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी दर्ज की गई। कल्पा में एक इंच,छितकुल में पांच ,नेसंग,असरंग में चार चार इंच पड़ी। इसी तरह रिकांगपिओ भावानगर, स्पिलो, आदि निचले क्षेत्रो में पूरा दिन बारिश होती रही। बर्फबारी व बारिश से समूचे जिले में ठंड बढ़ गई है। बर्फबारी के चलते छितकुल,नेसंग गांव के लिए वाहनों की आवाजाही नही हो सकी। जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के चलते सेब बागवानों की चिंता भी बढ़ने लगी है कि बर्फबारी जारी रही तो सेब मंडियों तक कैसे पहुंचाया जाएगा। बर्फबारी व बारिश के बावजूद गुरुवार को रिकांगपिओ से शिमला व रिकांगपिओ से काजा की ओर यातायात पूरा दिन सुचारू रहा।

 

जलोड़ीपास में बर्फबारी, औट-लुहरी एनएच-305 और रोहतांग दर्रा यातायात के लिए बंद: कुल्लू जिले के ऊंचे पहाड़ों पर सुबह से लगातार बर्फबारी का दौर चल रहा है और निचले क्षेत्र में बारिश हो रही है। कुल्लू जिला मुख्यालय से आनी और निरमंड क्षेत्र को जोड़ने वाले जलोड़ी दर्रा में भी हिमपात होने की जानकारी है जिससे औट-लुहरी राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए बंद हो गया है। यहां करीब आधा फुट तक जाता बर्फबारी आंकी गई है। उधर, रोहतांग दर्रा में भी बर्फबारी होने से कुल्लू और लाहौल के बीच वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है और रोहतांग दर्रा पूरी तरह से यातायात के लिए बंद हो गया है।

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