Kashi Rahasya part 1: Amazing facts about Bhagwan Dattatreya Temple of Varanasi
  • il y a 5 ans
भगवान शिव की नगरी काशी अद्भुत रहस्यों से भरी पड़ी है। मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर, गुरुद्वारा, दरगाह. सबकी अपनी कहानी। तमाम गलियों, मोहल्लों और मकानातों की अपनी दास्तां। किस्सागोई से लबरेज। काशी के इन्‍हीं रहस्‍यों में से एक है ब्रह्माघाट पर बना भगवान दत्तात्रेय का प्राचीन मंदिर। यहां भगवान के दर्शन से मिलता है लाइलाज बीमारी का परमानेंट इलाज। काशी का प्राचीन मोहल्ला है ब्रह्माघाट। यहीं पर के. 18/48 में स्थित है गुरू दत्तात्रेय भगवान का मंदिर। मंदिर के बाहर लगा शिलापट्ट इमारत के तकरीबन डेढ़ सौ साल पुराना होने की गवाही देता है लेकिन बनारस के पुरनियों का कहना है कि भगवान दत्तात्रेय के इस मंदिर का इतिहास दो सौ साल से भी ज्यादा पुराना है। वेद, पुराण, उपनिषद और शास्त्र बताते हैं कि फकीरों के देवता भगवान दत्तात्रेय का प्रादुर्भाव सतयुग में हुआ था. वैसे तो दक्षिण और पश्चिम भारत में भगवान दत्तात्रेय के ढेर सारे मंदिर हैं लेकिन इन मंदिरों में विग्रह कम उनकी पादुका ही ज्यादा है। काशी स्थित यह देवस्थान उत्तर भारत का अकेला है। भगवान दत्तात्रेय के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने अब तक देह त्याग नहीं किया है। वो पूरे दिन भारत के अलग अलग क्षेत्रों में विचरते रहते हैं। इसी क्रम में वो हर रोज गंगा स्नान के लिए प्रात:काल काशी में मणिकर्णिका तट पर आते हैं। मणिकर्णिका घाट स्थित भगवान दत्तात्रेय की चरण पादुका इस बात का प्रमाण है। कहते हैं कि ब्रह्माघाट स्थित मंदिर में भगवान दत्तात्रेय के दर्शन मात्र से मनुष्य को सफेद दाग जैसे असाध्य रोग से मुक्ति मिलती है।

Subscribe now and watch more City and Campus videos at http://bit.ly/18P42Ol
Get some more dose of fun at http://bit.ly/ZhXpzm
Recommandée