स्टार्टअप ने मंदिरों में चढ़े फूलों की सुगंध बढ़ाई

  • 5 years ago
लखनऊ. भगवान को अर्पित किए गए फूल और फूल-मालाओं को आमतौर पर नदी-तालाब में डाल दिया जाता है। इससे जलस्रोत तो गंदे होते ही हैं, इन फूलों का उपयोग भी नहीं हो पाता। कानपुर के अपूर्व मिसाल, अंकित अग्रवाल और उनकी टीम ने 2017 में ऐसे फूलों को बटोरना शुरू किया। इन्हें रिसाइकल कर अगरबत्ती और धूप बनाई। दो किलो फूल से स्टार्टअप शुरू करने वाली यह टीम दो साल बाद अब सालाना 8.50 टन फूलों का कलेक्शन कर रही है। इससे धूप और अगरबत्ती बनाई जा रही है। इससे 80 महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। महज दो साल में ही इस स्टार्टअप का टर्नओवर 2 करोड़ से ज्यादा हो गया है।

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