ये कोई मुस्लिम नही है न कोई अब्दुल है...... 70 साल के बुड्ढे से ये वर्दी वाली ने सादी रचाई है... इसपर क्या कहना चाहते हो आप......??? मेरे पास तो कोई शब्द नहीं। मुबारकबाद तो बनता है....... शेयर जरूर करना ताकि बेशर्म और बेहयाई को थोड़ा शर्म और हया तो आए..
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