गोंडा। विश्व योग गुरू होने का दम भरने वाला भारत देश और देश की सरकार आज योग के गुरु यानी योग के प्रणेता महर्षि पतंजलि को ही भुलाकर बैठी है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के जरिए मोदी और योगी सरकार ने विश्व को योग के मायने बताने की पहल तो कर दी, लेकिन योग के जनक को ही भुला बैठे। जी हां, अयोध्या से सटे गोंडा जिले के वजीरगंज क्षेत्र के कोडर गांव में जन्म विभूति महर्षि पतंजलि की जन्मभूमि आज भी पहचान की मोहताज है पेश है।