जन्नत की तस्वीर न देंगे हाथों में किसी ग़ैर के तक़दीर न देंगे कश्मीर है भारत का कश्मीर न देंगे
धमकी से किसी ज़ुल्म की हम डर नहीं सकते समझौता किसी देश से हम कर नहीं सकते क्या छलेगा तू फूट यह घर है कबीर का झगड़ा नहीं हो सकता है तुलसी से मीर का जो फूल चमन का है चमन में ही खिलेगा अब्दुल ही अपने देश पर मर मिटेगा लुटने कभी आज़ादी की जागीर न देंगे कश्मीर है भारत का …
परदेस से तूने हथियार मंगवाए कलौर से नेट सेबरजेट गिराए हथियारों से कर सकता नहीं दिल पे तू क़ब्ज़ा ताक़त से बड़ा देश की ख़िदमत का है जज़्बा गद्दार है वह हिन्द का जो प्यार तुझे दे वह अमन का दुश्मन है जो हथियार तुझे दे दीवाने के हम हाथ में कश्मीर न देंगे कश्मीर है भारत का …