यूपी: यह मुस्लिम परिवार तीन पीढ़ियों से बना रहा है रावण की मूर्ति, रामलीला में इनका योगदान है अहम
  • 6 years ago
a muslim family make ravana statue in vijay dashmi festival in varanasi

वाराणसी। गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल बनारस शहर कई वर्षों से पेश करता आ रहा है। इन्ही में एक है मोहम्मद शमशाद का परिवार जिन्हें नवासे के रूप में पीएम मोदी के पसंदीदा जगह डीरेका के रामलीला के दशहरे में बनाए जाने वाले रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाथ के पुतले बनाने का काम मिला है। हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करने वाले इस रावण के स्टेचू में एक और खास बात है। इतिहास में पहली बार पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में दशहरा के दिन 10 सिर वाले दशानन रावण के साथ कुम्भकर्ण और मेघनाथ को लीला के अनुरूप भगवान राम के अग्निबाण से जलाया जाएगा। इसे बनाने वाले शमशाद जहां बनारस के ज़्यादातर रामलीलाओं में दशहरे के रावण बनाने की बात करते है। वहीं इनका पैगाम भी है कि ऐसे काम कर इन्हें सुकून मिलता है। शमशाद बताते है कि पहली बार इनके नाना ने डीरेका का रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाथ बनाया था। जिसके बाद इनके पिता और अब इनका पूरा परिवार मिलकर दशहरे के रावण बनाता है।
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