राहुल के संसदीय क्षेत्र में दर्जनों मुस्लिम परिवार नही लेंगे पीएम आवास, ये है वजह
- 6 years ago
muslim families will not take prime ministers awas from this reason
अमेठी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से गरीबों को दी जानें वाली आवासीय योजना कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र में दम तोड़ने लगी है। यहां जायस कस्बे के सैदाना में करीब दर्जन भर मुस्लिम परिवारों ने प्रधानमंत्री आवास योजना लेने से साफ इंकार कर दिया है। इतना ही नहीं शौचालय निर्माण के लिए मिलने वाली सरकारी मदद का एक रूपया भी लाभार्थियों ने लेने से साफ इंकार कर दिया है। इसके बाद अब बीजेपी के नगर पालिका के चेयरमैन की नींद उड़ गई है।
प्रधानमंत्री को पत्र लिख पूरा पैसा देने की लाभार्थियों ने मांग
बता दें कि लोग अवास तो लेना चाहते है लेकिन उन्हें पूरा पैसा नहीं मिला। लाभार्थी मोजिज मेंहदी से बात किया तो उन्होंने कहा कि हम आवास लेना चाहते हैं लेकिन 50 हजार रुपए हम उसमें लगाएंगे या बच्चों को भूखा मारेंगे। हमने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है कि या तो हमें डेढ़ लाख रुपए दे या हमसे पूरा पैसा वापस ले लिया जाए। मोजिज मेहंदी ने बताया कि हमें 50 हजार रुपए मिला है, लेकिन उसको हम खर्च नहीं कर सकते हैं। अगर हम उसमें से 10 हजार रुपए भी खर्च कर देंगे तो हमारे बच्चे भूखे मर जाएंगे।
अमेठी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से गरीबों को दी जानें वाली आवासीय योजना कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र में दम तोड़ने लगी है। यहां जायस कस्बे के सैदाना में करीब दर्जन भर मुस्लिम परिवारों ने प्रधानमंत्री आवास योजना लेने से साफ इंकार कर दिया है। इतना ही नहीं शौचालय निर्माण के लिए मिलने वाली सरकारी मदद का एक रूपया भी लाभार्थियों ने लेने से साफ इंकार कर दिया है। इसके बाद अब बीजेपी के नगर पालिका के चेयरमैन की नींद उड़ गई है।
प्रधानमंत्री को पत्र लिख पूरा पैसा देने की लाभार्थियों ने मांग
बता दें कि लोग अवास तो लेना चाहते है लेकिन उन्हें पूरा पैसा नहीं मिला। लाभार्थी मोजिज मेंहदी से बात किया तो उन्होंने कहा कि हम आवास लेना चाहते हैं लेकिन 50 हजार रुपए हम उसमें लगाएंगे या बच्चों को भूखा मारेंगे। हमने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है कि या तो हमें डेढ़ लाख रुपए दे या हमसे पूरा पैसा वापस ले लिया जाए। मोजिज मेहंदी ने बताया कि हमें 50 हजार रुपए मिला है, लेकिन उसको हम खर्च नहीं कर सकते हैं। अगर हम उसमें से 10 हजार रुपए भी खर्च कर देंगे तो हमारे बच्चे भूखे मर जाएंगे।