लोगों को उड़ाने वाली पहली मुस्लिम महिला बनीं इरम

  • 6 years ago
नोएडा। कश्मीर में आतंक और पत्थरबाजों के कू्रर चेहरे के बाद इस बार अच्छी खबर आई है। कश्मीर की 30 वर्षीय इरम हबीब पहली मुस्लिम महिला पायलट बनने जा रही हैं। इरम सितंबर से एक प्राइवेट कंपनी का प्लेन उड़ाएंगी। इरम कोई आरामदाय नौकरी कर सकती थीं लेकिन उन्होंने प्रोफेशनल पायलट बनकर एक पारंपपरिक सोच वाले समुदाय की धारणा को बदलने का साहस दिखाया है।
बता दें कि इरम से पहले कश्मीर से 2016 में तन्वी रैना एयर इडिया की पायलट बन चुकी हैं। इरम ने उत्तराखंड के देहरादून से स्नातक किया और शेरे ए कश्मीर विश्वविद्यालय से परस्नातक की पढ़ाई की। इरम पीएचडी की पढ़ाई छोड़कर अमेरिका के मियामी स्थित फ्लाइंग स्कूल से विमान उड़ाने की ट्रेनिंग लेने चली गईं। जहां कनाडा और अमेरिका में विमान उड़ाने का उन्हें लाइसेंस भी मिला। लेकिन इरम कहती हैं कि वे भारत में पायलट बनना चाहती हैं। इरम के पास 260 घंटे प्लेन उड़ान का अनुभव है। इरम ने बहरीन में एयरबस-320 उड़ाने की भी ट्रेनिंग ली है। इरम के पिता हबीबुल्ला कश्मीर के अस्पताल में मेडिकल उपकरण सप्लाई करने का व्यापार करते हैं।
इरम जब 12वीं क्लास में थीं तो उन्होंने पहली बार अपने माता-पिता से पायलट बनने की मंशा जाहिर की, लेकिन वे राजी नहीं हुए। उन्हें मनाने में इरम को करीब छह साल लग गए। पॉयलट बनकर इरम न केवल कश्मीर में मुस्लिम महिलाओं के लिए आधुनिक सोच की नजीर पेश की है बल्कि आतंकियों के मुंह पर करारा तमाचा जड़ा है।

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