मिड डे मील का हुआ औचक निरीक्षण, मिल रहा खाना देखकर सकते में आ गए सभी
- 6 years ago
farrukhabad Inspection of mid day meal
फर्रुखाबाद। जनपद के प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों में छात्रों को दिए जाने वाले मिड-डे-मील के नाम पर खेल हो रहा है। विद्यालयों में बच्चों को मानक अनुरूप भोजन नहीं दिया जा रहा है। सरकार द्वारा बच्चों के भोजन करने के लिए थालियां भी उपलब्ध कराई गईं। लेकिन बच्चे घर से लाये बर्तनों में तेहरी खाते मिले। तेहरी में न टमाटर था न ही सोयाबीन। चावल और आलू से बनाई गई तेहरी बच्चों को बस एक एक चमचा ही परोसी जा रही थी। मिड डे मील में हो रही इस लापरवाही से जिम्मेदार अधिकारी अनजान बने हुए है।
विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों को दोपहर में भोजन दिया जाता है। इसके लिए विभाग द्वारा विद्यालयों को छात्र आधार पर कनवर्जन कास्ट उपलब्ध कराई जाती है। इसके साथ ही बच्चों को भोजन देने के लिए राशन भी उपलब्ध कराया जाता है। इसके लिए छात्र संख्या के आधार पर विद्यालयों में रसोइया की भी नियुक्ति की गई है। बता दें कि विकास खण्ड कमालगंज क्षेत्र में ग्राम सभा शेखपुर सराय में प्राथमिक और जूनियर पांच विद्याल चल रहे है।
फर्रुखाबाद। जनपद के प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों में छात्रों को दिए जाने वाले मिड-डे-मील के नाम पर खेल हो रहा है। विद्यालयों में बच्चों को मानक अनुरूप भोजन नहीं दिया जा रहा है। सरकार द्वारा बच्चों के भोजन करने के लिए थालियां भी उपलब्ध कराई गईं। लेकिन बच्चे घर से लाये बर्तनों में तेहरी खाते मिले। तेहरी में न टमाटर था न ही सोयाबीन। चावल और आलू से बनाई गई तेहरी बच्चों को बस एक एक चमचा ही परोसी जा रही थी। मिड डे मील में हो रही इस लापरवाही से जिम्मेदार अधिकारी अनजान बने हुए है।
विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों को दोपहर में भोजन दिया जाता है। इसके लिए विभाग द्वारा विद्यालयों को छात्र आधार पर कनवर्जन कास्ट उपलब्ध कराई जाती है। इसके साथ ही बच्चों को भोजन देने के लिए राशन भी उपलब्ध कराया जाता है। इसके लिए छात्र संख्या के आधार पर विद्यालयों में रसोइया की भी नियुक्ति की गई है। बता दें कि विकास खण्ड कमालगंज क्षेत्र में ग्राम सभा शेखपुर सराय में प्राथमिक और जूनियर पांच विद्याल चल रहे है।