100 रुपए में अक़बर ने करवाया अपनी बेगम का हलाला, 100 रुपए महिला के इज़्ज़त की कीमत !

  • 6 years ago
उ.प्र. के बरेली में हलाला का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमे एक पति ने पत्नी से दूसरी बार शादी करने के लिए उसका हलाला कराया। इसके लिए उसने 100 रुपये देकर एक युवक को अपनी पत्नी का एक दिन का शौहर बनाया। इद्दत के बाद महिला का पहले शौहर से निकाह हुआ। और कुछ समय बाद उसने फिर उसे तलाक देकर घर से निकाल दिया।
पीडिता ने यह भी बताया की ससुर दारू पीकर सामने नंगा हो जाता है गंदी हरकत करता है। नंदोई पीकर इज्जत पर हाथ डालता है तो सास ससुर कहतें है करवालो कोई बात नही वो भी हमारा बेटा हैं।
तलाक के बाद हलाला फिर निकाह और उसके बाद उत्पीड़न ये कहानी है रबड़ी टोला मोहल्ले की रहने वाली तारा बी की। तारा बी का निकाह 26 अगस्त 2012 में अकबर उर्फ़ विक्की से हुआ था। कुछ समय तक शौहर के साथ रहने के बाद दहेज के लिए ससुराल में उसका उत्पीड़न शुरू हो गया। मारपीट और जान से मारने की कोशिश के बाद तारा बी को तीन तलाक देकर घर से बाहर निकाल दिया।
इसके बाद इंसाफ पाने के लिए महिला ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो उसका शौहर डर गया। शौहर ने कहा कि वह मुकदमा वापस ले ले तो उसके साथ फिर से निकाह कर लेगा। अपनी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण इसके लिए तैयार हो गई। उसने बताया कि दोबारा निकाह से पहले शौहर ने हलाला करने की शर्त रखी। इसके लिए सैदपुर खजुरिया निवासी एक आदमी के साथ हलाला किया गया। एक रात का शौहर बनने के लिए उसने बाकायदा सौ रुपये भी लिए। इसके बाद इद्दत की रस्म पूरी होने के बाद फिर से तारा का निकाह हुआ। इसके बाद मतलब निकलते ही शौहर ने फिर से घर से निकाल दिया।
पीड़िता का कहना है, मैं जानती नहीं थी कि हलाला करने के बाद भी मुझे धोखा मिलेगा। बेटी की परवरिश और मां की टेंशन को देख हलाला के लिए राजी हुई। शौहर ने साजिश के तहत मुझसे फिर से निकाह करने का लालच दिया और मुकदमेबाजी खत्म करा कर घर से निकाल दिया। ऐसे शौहर को कानूनी सजा मिले इसलिए फरहत नकवी के पास पहुंची हूं।
ऐसे इंसान को कानून से सजा दिलाएंगे: फरहत नकवी
मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी ने बताया कि तारा बी एक सीधी लड़की है। उसने हमेशा परिवार को बनाने के लिए कदम बढ़ाए। शौहर ने पहले उसका इस्तेमाल किया और बाद में उसको तलाक देकर घर से निकाल दिया। जब मुकदम हुए तो उसने फिर से तारा बी से निकाह करने के लिए साजिश रची। हलाला कराने के नाम पर उसने महिला का मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न किया है। ऐसे इंसान को कानूनी तौर पर लड़ा जाएगा।
औरत के जज्बात से खेलने वाले को मिले सजा
मुफ्ती खुर्शीद आलम का कहना है कि ऐसे इंसान ने न केवल औरत के जज्बातों से खेला बल्कि शरई कानून का भी मजाक बनाया है। ऐसे सख्स को बांधकर लटका देना चाहिए। महिला को फिर से उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसा इंसान शरीयत में भी गुनाहगार है।
शौहर ने किया अधिकारों का गलत इस्तेमाल
मुफ्ती रिजवान नूरी का कहना है कि शौहर ने अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल किया है इसलिए वो शरई एतबार से गुनाहगार है। जो शौहर बीवी को दिए जाने वाले हक को नहीं निभा सकता और इस्लाम को बदनाम करने में लगा है तो ऐसे को अल्लाह ही सजा देगा। महिला अपने अधिकार के लिए जहां से न्याय मिले जा सकती है।